
चंडीगढ़: फुगिटिव क़लिस्तान साथी तथा स्वयं घोषित प्रचारक अमृतपाल सिंह ने पंजाब पुलिस के जाल से दूसरे दिन भी बच निकला, उन्होंने एक से अधिक वाहन बदल किए और जबकि उनकी काफ़िले में पिछली बार उन्हें देखा गया था वे उसको छोड़कर गंवारा गांव, महातपुर के पास सेलेमा गांव के पास जलंधर रूड़ा थाने के पास से अब तक कई मोटरसाइकिल चालकों को मार गिराए।
वारिस पंजाब दे के अध्यक्ष अमृतपाल के अंडलों वाले एक चाचा सहित तीन और लोग माना जाता है कि वे इसुजु उठाकर मेरीटपुर जिले के नजदीक सलेमा गांव के पास पुलिस द्वारा पाए जाने वाले वाहन को छोड़कर मर्सिडीज में बदल गए। ट्रक के छत पर चाबी का छोड़ दिया था।
जलंधर (ग्रामीण) एसएसपी स्वरंदीप सिंह ने कहा कि पिकअप ट्रक में एक 0.315 बोर वाला हथियार, 57 जाइव कार्ट्रिज, एक वॉकी टॉकी सेट और एक किरपान मिले। वाहन का मालिक नवांशहर जिले के अनोखरवाल गांव का मनप्रीत सिंह बाद में गिरफ़्तार किया गया। अमृतसर में, अमृतपाल के सात सहयोगियों की गिरफ़्तारी के बाद मंगलवार को जांच में पुलिस महारथियों ने एक और हथियार और गोली की स्तॉक मिली जिसमें पांच .12 बोर बंदूकें और 193 कार्तूस थे।
दिन में शोध टीमों ने दो अभंग स्युवों फोर्ड एंडेवर का पता लगाया जो अमृतपाल के कारवाई का हिस्सा होते हैं। जलंधर ग्रामीण पुलिस ने बरामदगी के संबंध में अभाव में भागनेवाले क़लिस्तान साथी अमृतपाल और उनके सहयोगियों के खिलाफ एक और केस दर्ज किया।
जांचकर्ताओं को अमृतपाल के पाकिस्तानी आईएसआई से संबंध रखने की जानकारी मिली है और वे इन पुष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।