
मुजफ्फरनगर: एक “लोभी” दुल्हे को एक गांव की जनता ने चिता करने के लिए उसे एक ट्रैक्टर से “शादी” करवाई जो बढ़ती दहेज में मांगी गई थी। शादी तैयारियां करते समय दहेज में ट्रैक्टर मांगने की मांग कर दुल्हे को कुछ घंटे तक अपहरण करके होस्टेज बना दिया गया था। जब दुल्हा ने निकाह की तैयारियों के लिए नियुक्ति के उस स्थान पर जाया, तो सबकी आश्चर्यजनक थी। दुल्हन की जगह ट्रैक्टर वहां पर जगमगाते हुए हो रहा था।
दुल्हा और दुल्हन के समस्त सहयोगी कुछ घंटों तक आजाद नहीं किए गए और इनको उनकी बढ़ती दहेज की पूरी रकम चुकानी पड़ी। दुल्हन के चाचा असमोहम्मद ने कहा, “मेरे भाई ने अपनी बेटी के लिए फर्नीचर, फ्रिज, आदि सहित घरेलू वस्तुएं खरीदने में लाखों रुपए खर्च किए थे। सब कुछ चार दिन पहले भाईसाहब के घर पहुंच गया था। इस दौरान, दुल्हे और उनके पिता ने ट्रैक्टर की मांग की थी। इससे हमने लोभी परिवार को सबक सिखाने का फैसला किया था।”
जब मुजफ्फरनगर के चार्थावल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत कुल्हड़ी गांव में बारात पहुंची तब दुल्हे के परिवार और दोस्तों का एक वार्म स्वागत किया गया। भोजन के बाद निकाह करने के लिए एक इमाम बुलाया गया। जब नियुक्ति के लिए दुल्हा वहां पहुंचा तो उसे दुल्हन की जगह ट्रैक्टर के सामने खड़े देखा। गांववालों ने पूरी बारात को हवाले में रखा और उनके निकह का इंतजार करने से मुमकिन बनाया।
ट्रैक्टर पर शादी करना चाहते थे दुल्हा और उसके पिता। दुल्हन ने शादी के दौरान स्पष्ट कर दिया था, “दहेज में ट्रैक्टर मांगने पर मैं इस लोभी व्यक्ति से शादी नहीं करना चाहती।”
गांव के किसान नेता कुलदीप त्यागी ने कहा, “जब दुल्हा ट्रैक्टर की मांग की तो लोगों ने ट्रैक्टर से शादी कराने का बचाव किया। दोनों पक्षों में एक समझौता हुआ था कि शादी के व्यवस्थाओं के लागत सभी खर्चों को उठाएंगे। दुल्हे के पिता ने कुछ पैसे दिए और जल्द ही शेष राशि देने का भी वादा किया।”