
नई दिल्ली: भारतीय लोकतंत्र के बारे में राहुल गांधी के बयानों के ऊपर उठने वाली हलचल ने दोनों सदनों को चौथे दिन भी रोक दिया। लोकसभा के कुछ सांसदों ने राहुल गांधी का स्वागत “आ गया, आ गया” के नारों से किया लेकिन अधिवेशन 2 बजे पुनः शुरू हुए और एक मिनट के अंदर ही रोक दे दी गई।
मौजूदा सत्र में सबसे ख़ास अहमियत समर्पित करते हुए स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों से अनुरोध किया कि देश के उन सभी मुद्दों पर बहस करें जिन पर राजनीति करनी चाहिए। यहां तक कि कुछ सांसदों ने सीधे अपनी जगह पर बैठने से इनकार कर दिया।
उपसभापति हरिवंश ने सदन के समय बार-बार सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपनी जगह पर बैठें जिससे सदन की कार्यवाही जारी रह सके, लेकिन सांसदों के विवाद के कारण सदन को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया।
उदयपुर संसद के लिए भाजपा ने एक में एक राष्ट्रीय कमेटी का गठन की मांग की है। इस संबंध में तृणमूल कांग्रेस ने भी अभियान चलाया है। उन्होंने सख्ती से रुख किया है और सरकार को अपने नागरिकों के धन को इस्तेमाल करने से पहले सामान्य जनता की समितियों को सम्मिलित करना चाहिए।
दोपहर के सत्र में महासचिवों में काफी सदस्यों की उपस्थिति थी जो जल्द ही सभी सदस्यों की उपस्थिति बना दी गई। सदस्य नागरिक भारत की तरफ से जारी चुनाव कार्यक्रमों के नाम पर धरना दे रहे थे।