आजकल मुम्बई का बॉलीवुड इंगलिश डब्ड मूवीज का बहुत बड़ा सेंटर है। एक्वामेन भारत मे अच्छा बिजनेस कर रही है। इसके दो कारण है पहला की बॉलीवुड फिल्म " केदारनाथ" कुछ खास नही है दूसरा मेगा स्टारर "रोबोट रिलोडेड" अब सेकंड वीक में है।
इस फ़िल्म की सबसे बड़ी खासियत फ़िल्म की स्टोरी मनमोहन देसाई नुमा है जिसमें भारतीय मसाले व लटके-झटके फुल्ली लोडेड है। फ़िल्म की कहानी समुन्द्र में छीपे एक काल्पनिक दुनिया अल्टान्स की है जो पृथ्वीवासियों को यकायक अपना दुश्मन समझ कर उन पर हमले पर आमादा है। एक्वामेन इन दोनों दुनिया का साँझा पुरुष है क्योंकि अटलांटा माँ और धरती के पुरुष की वह सन्तान है। एक्वामेन दुनिया की रक्षा में अंततः सफल होता है।
आप की नजर फ़िल्म के पर्दे से हट नही सकती क्योंकि फ़िल्म में स्पेशल इफेक्ट्स व एनिमेशन पर बहुत ज्यादा बढ़िया वर्क हुआ है। फ़िल्म के लिए गजब की लोकेशन्स खासकर इटली के सीसीलियन सिटी का चुनाव बहुत अच्छा है।
डायरेक्शन, म्यूजिक, बैकग्राउंड साउंड, अभिनय, पटकथा व सम्पादन उच्च कोटि का है एवम फ़िल्म इन टोटलिटी बहुत तेज व निरन्तर परिवर्तन के कारण दर्शकों को अपने शिकंजे में कस लेती है।
1.कुछ मिसाल बताती है कि अलग दुनिया के लोग भी साथ रह सकते है।
2. जहां से मैं आई हूं वहाँ अश्क पानी के साथ बह जाते है।
3. इसकी यादों से मुझे मिटने मत देना।
4. ईगो हर्ट कर दिया, सॉरी तू बोलेगा नही और माफ में करूँगा नही।
5. ये जंग मैने नही छेड़ी है बल्कि यह जंग सदियों से जारी है।
7. अपनी कमजोरी कभी जाहिर मत करना।
8. बादशाह सिर्फ अपने मुल्क की रखवाली करता है लेकिन तुम हरेक के रखवाले हो।
मेरी दृष्टि में साइंटिफिक एनिमेशन युक्त यह फ़िल्म मिक्स जेनर से है एवम अपनी स्पीड, केनवास ओर स्टोरी प्रजेंटेशन के दम पर यह गुड़ मनी रिटर्न कैटगरी में शामिल है। आप परिवार के साथ इसे देख सकते है। इस नए सुपर हीरो "एक्वामेन" को बच्चों के बीच जल्द लोकप्रियता मिलनी है। उम्मीद है कि इसका सिक्वल भी मिलेगा।
फ़िल्म की एक खास बात इसका हिन्दू कल्चर की तरफ झुकाव है। फ़िल्म में त्रिशुल को एक "पावर लोगो" बताना खास इशारा करता है।