प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण से सम्बन्धित शिक्षा और प्रशिक्षण कार्य करने वाले विद्यालय ,महाविद्यालय को शिक्षा संस्थाएं कहा जाता है। प्रयोजन तथा स्तर के अनुसार इन संस्थाओं का निम्नांकित वर्गीकरण
हैं।
तीन से छ: वर्ष के आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं की शिशु शिक्षा के लिए गठित विद्यालयों को पूर्व प्राथमिक विद्यालय कहा जाता है ।
कक्षा 1 से 5 या इन कक्षाओं के साथ पूर्व प्राथमिक शिक्षा के लिए गठित विद्यालयों को प्राथमिक विद्यालय कहा जायेगा।
कक्षा 6 से 8 या इन कक्षाओं के साथ इससे नीचे की कक्षाओं के अध्ययन के लिए गठित विद्यालयों को उच्च प्राथमिक विद्यालय कहा जायेगा।
कक्षा 9 से 10 या इन कक्षाओं के साथ इससे नीचे की कक्षाओं के अध्ययन के लिए गठित विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालय कहा जायेगा।
कक्षा 11 से 12 या इन कक्षाओं के साथ इससे नीचे की कक्षाओं के अध्ययन के लिए गठित विद्यालयों को सीनियर माध्यमिक विद्यालय कहा जायेगा।
प्रारंभिक शिक्षाअनौपचारिक, शोध शिक्षाकर्मियों के शैक्षिक अभिवर्द्धन एवं अध्ययन हेतु सेवा पूर्व सेवारत प्रशिक्षण अभिनवन कार्यक्रम, संचालित करने वाली संस्था जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कहलायेगी।
कक्षा 8 तक के शिक्षण हेतु विभिन्न विषयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित करने वाली संस्था को शिक्षक - प्रशिक्षण विद्यालय कहा जायेगा। इसमें तत्स्तरीय प्रमाण-पत्र स्तर की शारीरिक शिक्षा, भाषा विशेष की शिक्षा, पुस्तकालय विज्ञान, संगीत शिक्षा, कला शिक्षा आदि का अध्ययन प्रशिक्षण देने वाली संस्थाएं भी सम्मिलित मानी जायेगी।
माध्यमिक सी. मा. वि. तक की कक्षाओं के शिक्षण हेतु विभिन्न विषयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित करने वाली संस्था को शिक्षक-प्रशिक्षण महाविद्यालय कहा जायेगा। इसमें डिप्लोमा तथा उच्चतर स्तर की शारीरिक शिक्षा, पुस्तकालय विज्ञान, उद्योग शिक्षा, संगीत शिक्षा, कला शिक्षा आदि का अध्ययन प्रशिक्षण देने वाली संस्थाएं भी सम्मिलित मानी जायेगी।
इससे अभिप्राय उन शिक्षण संस्थाओं से होगा जो
माध्यमिक शिक्षा के अध्यापकों के लिए सेवा पूर्व एवं सेवारत प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
माध्यमिक शिक्षा से सम्बद्ध शिक्षकों के उन्नयन, विकास, कौशल विकसित करने हेतु सेवा पूर्व सेवारत प्रशिक्षण उच्चस्तरीय आधारभूत प्रयोग-शोध, अन्तरविषयी आयामों द्वारा ज्ञानवर्द्धन करने वाली संस्था उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान कहलायेगी।
इस संस्थान से हमारा अभिप्राय उस संस्था से होगा जो निम्न कार्य करेगी।
पूर्व प्राथमिक से माध्यमिक स्तर तक की अनौपचारिक एवं औपचारिक शिक्षा के समस्त आयामों के शैक्षिक कार्यक्षेत्र में राज्य संदर्भ केन्द्र के रूप में समस्त कार्यों यथा-पाठ्यक्रम शिक्षक शिक्षा, अनुसंधान प्रसार प्रायोजनाओं का निर्माण आदि कार्य संपादन करना।
(1) राजस्थान संगीत संस्थान (2) सार्दूल स्पोर्ट्स
स्कूल (3 ) मूक-बधिर एवं अन्ध विद्यालय (4) बाल विद्यालय आदि ऐसे विद्यालय महाविद्यालय जो राज्य सरकार द्वारा सामान्य विद्यालयों, महाविद्यालयों से किसी प्रकार गठन, प्रबन्ध व्यवस्था, प्रायोजन, विधा आदि की दृष्टि से भिन्न और विशिष्ट माने गये हैं, उन्हें विशिष्ट शिक्षा संस्था कहा जायेगा।
प्रशासनिक नियंत्रण की दृष्टि से संस्थाओं का वर्गीकरण निम्नलिखित
सरकार एवं इसके किसी विभाग द्वारा स्थापित एवं संचालित संस्थाएं राजकीय संस्थाएं कहलायेंगी।
सरकार द्वारा स्वीकृत नियमों के अधीन स्थापित तथा विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थाए इस श्रेणी में आयेगी।
वे मान्यता प्राप्त संस्थाएं जिन्हेंसरकार द्वारा नियमित अनुदान स्वीकृत किया जाता है और जो अनुदान नियमों के अनुसार संचालित हो।