पे मैनेजर: जुलाई 2019 का वेतन विपत्र बनाने हेतु आवश्यक सुझाव !
प्रत्येक माह हम नियमानुसार वेतन पे मैनेजर के माध्यम से बनाते है। माह जुलाई का वेतन बनाते समय विशेष सावधानी की आवश्यकता है क्योंकि माह जुलाई के वेतन के साथ सभी अधिकारियों/शिक्षकों/कार्मिकों की वेतन वृद्धि (Increment) देय होती है। (प्रोबेशन कार्मिकों को उनके प्रोबेशन अवधि समाप्त होने पर आगामी जुलाई से वेतन वृद्धि देय होती है)
जुलाई के वेतन निर्माण के समय वेतनवृद्धि के कारण पे मैनेजर पर प्रभावित होने वाले निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देना अतिआवश्यक है।
जुलाई का वेतन बिल बनाते समय ध्यान रखने योग्य बिंदु।
– वेतन वृद्वि पै.मैट्रिक्स में अंकित पै. लेवल अनुसार स्वीकृत करावें।
– वेतन वृद्वि के अनुसार जीपीएफ एवं आरपीएमएफ की स्लेब अनुसार कटौति करें।
– वेतन विपत्र के साथ (जीए-92) सामयिक वेतन वृद्वि का प्रपत्र भी संलग्न करें।
-सेवा पुस्तिका मे वेतन वृद्वि का इन्द्राज अवश्य करें।
-वेतन वृद्वि आदेश जारी करें।
– पै.मैनेजर पर सभी कार्मिकों के वेतन मे वेतन वृद्वि का इन्द्राज करें।
-पै.मैनेजर पर वेतन परिवर्तित करने पर तकनिकी कारण से कुछ कार्मिकों के मकान
किराया भी स्वतः ही वेतन के बराबर हो रहा है। अतः सभी प्रविष्टियों की सावधानीपूर्वक आवश्यक रूप से जॉच करें।
-पै.मैनेजर पर वेतन परिवर्तित करने पर तकनिकी कारण से कुछ कार्मिकों के एनपीएस
की कटौति राशि अपडेट नहीं हो रही है। अतः सभी प्रविष्टियों की सावधानी पूर्वक
आवश्यक रूप से जॉच करें।
-सभी कार्मिकों के आयकर की कटौति नियमानुसार आनुपातिक रूप से करें।-
– राज्य बीमा की कटौती में वृद्धि होने पर आगामी मार्च माह में कटौती की जाएगी।
– वेतन वृद्धि से कार्मिकों के सीसीए में भी बढ़ोतरी हो सकती है अतः जांच करे।
– वेतन वृद्धि में सभी राजपत्रित अधिकारियों के अचल सम्पति की सूचना ऑनलाइन अपलोड कर देने से सम्बंधित प्रमाण पत्र भी अंकित करना अनिवार्य है।
नोट- किसी भी प्रकार का विरोधाभास होने पर राज्य सरकार द्वारा आदेश ही मान्य होंगे।
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