
रामाशिबो : राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कक्षा 12 कला वर्ग परिणाम का विवेचन।
कक्षा बारहवीं बोर्ड रिजल्ट: कला वर्ग में जालौर जिले ने मारी बाजी।
अजमेर, 21 जुलाई 2020, आज माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान , अजमेर की कक्षा 12 के कला वर्ग का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया। घोषित परिणाम के अनुसार जालोर 94.79% के साथ प्रथम स्थान पर, चितौड़गढ़ 94.65% के साथ दूसरे व 94.42% के साथ जैसलमेर तीसरे स्थान पर रहा है।
राजस्थान राज्य में कला वर्ग में कुल विद्यार्थी 5,90,868 पंजीकृत हुए जिनमे 3,06,486 बालक व 2,84,382 बालिकाएं थी। इनमें से 2,99,478 बालक व 2,81,247 बालिकाओं कुल 5,80,725 ने परीक्षा में भाग लिया। राजस्थान राज्य में बालिकाओं ने कला वर्ग में बाजी मारी। बालिका वर्ग में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 92.91 % रहा जबकि बालकों का परीक्षा परिणाम 88.71% रहा। राज्य का कुल परीक्षा परिणाम 90.74% रहा।
पश्चिमी राजस्थान का जालोर सर्वश्रेष्ठ
कला वर्ग में जालौर ने यह सिद्ध कर दिया है कि राजस्थान का यह जिला कला शिक्षा का सिरमौर है। कला वर्ग में जिले में परीक्षा में दाखिल 12,447 विद्यार्थियों में से 6,790 विद्या6र्थियों ने प्रथम श्रेणी प्राप्त की। जालोर जिले ने जिला रैंकिंग कला वर्ग में राजस्थान में पहला स्थान प्राप्त किया।
बालक वर्ग में जैसलमेर राज्य में सर्वश्रेष्ठ।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अगर आंकड़ो की बात की जाए तो कला वर्ग में बालक वर्ग में पूरे राज्य में 94.25% फीसदी सफलता के साथ जैसलमेर राज्य में सबसे आगे रहा। इसके पश्चात जालोर 94.13% के साथ दूसरे स्थान पर व पाली 92.86% के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
बालिका वर्ग में चितौड़गढ़ राज्य में सर्वश्रेष्ठ
कला वर्ग के बालिका वर्ग में चितौड़गढ़ की बालिकाओं ने पूरे राज्य में 96.42% सफलता के साथ राज्य में सबसे आगे रही। पाली की बालिकाओं ने 95.77% फीसदी सफलता के साथ दूसरा व जालोर की बालिकाओं ने 95.71% सफलता के साथ राज्य में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
सूर्यनगरी जोधपुर छठे स्थान पर।
जोधपुर जिले में कला वर्ग में कुल 27,862 विद्यार्थी
पंजीकृत हुए जिनमे 15,938 बालक व 11,924 बालिकाएं थी। इनमें से 15,665 बालक व 11,813 बालिकाओं कुल 27,478 ने परीक्षा में भाग लिया। जोधपुर जिले में बालिकाओं ने कला वर्ग में बाजी मारी। कला वर्ग में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 94.03 % रहा जबकि बालकों का परीक्षा परिणाम 92.47% रहा। जिले का कुल परीक्षा परिणाम 93.14% रहा। जिले का राज्य में छठा स्थान रहा।
जालोर बना सिरमौर
जालोर जिले में कला वर्ग में कुल 12,633विद्यार्थी
पंजीकृत हुए जिनमे 7,351 बालक व 5,282 बालिकाएं थी। इनमें से 7,201 बालक व 5,246 बालिकाओं कुल 12,447 ने परीक्षा में भाग लिया। जालोर जिले में बालिकाओं ने कला वर्ग में बाजी मारी। कला वर्ग में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 95.71% रहा जबकि बालकों का परीक्षा परिणाम 94.13% रहा। जिले का कुल परीक्षा परिणाम 94.79% रहा। जिले का राज्य में पहला स्थान रहा।
चितौड़गढ़ दूसरे स्थान पर।
चितौड़गढ़ जिले में कला वर्ग में कुल 8,659 विद्यार्थी पंजीकृत हुए जिनमे 4005 बालक व 4654 बालिकाएं थी। इनमें से 3,932बालक व 4,610 बालिकाओं कुल 8,542 ने परीक्षा में भाग लिया। चितौड़गढ़ जिले में बालिकाओं ने कला वर्ग में बाजी मारी। कला वर्ग में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 96.42 % रहा जबकि बालकों का परीक्षा परिणाम 92.57% रहा। जिले का कुल परीक्षा परिणाम 94.65% रहा। जिले का राज्य में दूसरा स्थान रहा।
जैसलमेर तीसरे स्थान पर।
जैसलमेर जिले में कला वर्ग में कुल 3,888 विद्यार्थी पंजीकृत हुए जिनमे 2,706 बालक व 1182 बालिकाएं थी। इनमें से 2677 बालक व 1174 बालिकाओं कुल 3,851 ने परीक्षा में भाग लिया। जैसलमेर जिले में बालिकाओं ने कला वर्ग में बाजी मारी। कला वर्ग में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 94.80 % रहा जबकि बालकों का परीक्षा परिणाम 94.25% रहा। जिले का कुल परीक्षा परिणाम 94.42% रहा। जिले का राज्य में तीसरा स्थान रहा।
पाली चौथे स्थान पर।
पाली जिले में कला वर्ग में कुल 12,491विद्यार्थी पंजीकृत हुए जिनमे 6508 बालक व 5983 बालिकाएं थी। इनमें से 6403 बालक व 5938 बालिकाओं कुल 12341 ने परीक्षा में भाग लिया। पाली जिले में बालिकाओं ने कला वर्ग में बाजी मारी। कला वर्ग में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 95.77 % रहा जबकि बालको का परीक्षा परिणाम 92.86% रहा। जिले का कुल परीक्षा परिणाम 94.26% रहा। जिले का राज्य में चौथा स्थान रहा।
राजधानी जयपुर में सर्वाधिक विद्यार्थियों ने परीक्षा दी।
जयपुर जिले में कला वर्ग में कुल 64145 विद्यार्थी पंजीकृत हुए जिनमे 31529 बालक व 32616 बालिकाएं थी। इनमें से 30835 बालक व 32322 बालिकाओं कुल 63157 ने परीक्षा में भाग लिया। जयपुर जिले में बालिकाओं ने कला वर्ग में बाजी मारी। कला वर्ग में बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 93.58 % रहा जबकि बालकों का परीक्षा परिणाम 86.59% रहा। जिले का कुल परीक्षा परिणाम 90.17% रहा। जिले का राज्य में उन्नीसवाँ स्थान रहा।
कुछ अन्य विश्लेषण व टॉप समाचार
1. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कला का परीक्षा परिणाम मंगलवार को जारी किया। आठ साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार जिले का परीक्षा परिणाम 93.79 प्रतिशत रहा। इससे पहले वर्ष 2017-18 में सर्वाधिक 92.2 प्रतिशत परिणाम रहा था।
2. भीलवाड़ा
बेटियों का रिजल्ट 93.87% और बेटों का रिजल्ट 90.62% प्रतिशत रहा है। ओवरऑल छात्राें से अधिक छात्राएं पास हुई हैं। छात्राओं ने अधिक संख्या में प्रथम श्रेणी में पास होकर नाम रोशन किया है। छात्रों के मुकाबले छात्राएं कम संख्या में द्वितीय और तृतीय श्रेणी में पास हुई हैं। पिछले साल के मुकाबले भीलवाड़ा के रिजल्ट में सिर्फ 0.34 प्रतिशत का अंतर आया है, लेकिन जिले की रैंक प्रदेश में दूसरे से गिरकर 11 वें पर आ गई है।
3. बीकानेर
आर्ट्स में छात्राओं का परीक्षा परिणाम 94.62% रहा, जो छात्रों के मुकाबले 5.75 % अधिक है। 9779 छात्राएं परीक्षा में शामिल हुईं, जिसमें 9253 सफल रहीं। 12005 छात्रों में से 10669 उत्तीर्ण हुए। 94.62 प्रतिशत छात्राएं और 88.87 प्रतिशत छात्र सफल रहे।
जिले का परीक्षा परिणाम इस बार 91.45 प्रतिशत रहा।
4. उदयपुर
उदयपुर 2.55 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ एक पायदान चढ़कर 24वें स्थान पर रहा। जबकि इस साल के रिजल्ट में 22 जिलों में 90 प्रतिशत से ज्यादा विद्यार्थी पास हुए। संभाग में उदयपुर तीसरे स्थान पर रहा। चित्तौड़ का 94.65 और राजसमंद का 93.79 प्रतिशत के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
5. पिछले 5 वर्षों से लड़कियों ने बाजी मारी
पिछले पांच साल में बोर्ड की 12वीं कला वर्ग की परीक्षा में कुल 628876 लड़कियाें ने प्रथम श्रेणी प्राप्त किया, वहीं इस अवधि में लड़कों की संख्या 523749 ही है। यानी 105127 लड़कियां फर्स्ट डिवीजन लाने वाली अधिक हैं। बोर्ड के बीते पांच साल के परिणामों के विश्लेषण में यह रोचक तथ्य उभर कर सामने आए हैं। बोर्ड की 2015 से 2019 तक की 12वीं कला वर्ग की परीक्षाआें कुल 2776399 विद्यार्थी बैठे।
6.
शॉर्ट नोटिस पर हुआ परिणाम जारी
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से परिणाम जारी करने के 1 दिन पूर्व सूचना जारी की जाती है, लेकिन 12वीं कला वर्ग के परिणाम के लिए दोपहर 12:00 बजे सूचना जारी की गई और अपराह्न 3:15 बजे परिणाम जारी किया गया।
7. बालक-बालिकाओं दोनों ने किया सुधार।
लड़कों का परिणाम गत वर्ष की तुलना में 3.04% सुधरकर कुल 88.45% रहा
जबकि लड़कियों का कुल परिणाम 3.19% सुधरकर 93.10% रहा