सोशल मीडिया : शिक्षा से सम्बंधित समस्त वायरल मेसेज का पठनीय संग्रह।
13 अक्टूबर 2019, रविवार।
1. स्पन्दन : आर्थराइटिस
हाथ पैर और रीढ़ के जोड़, हो रहे हैं जाम।
चलना फिरना है मुश्किल, न मिले आराम।।
सन्दर्भ : विश्व आर्थराइटिस दिवस (World Arthritis Day) 12 अक्टूबर।
विश्व स्तर पर पहली बार 2013 से। आर्थराइटिस एंड रुमेटिज़म इंटरनेशनल द्वारा 1996 से पहली बार। आधुनिक जीवनशैली से उपजा रोग आर्थराइटिस, गठिया आदि हाथ, पैर, रीढ़, अंगुलियों आदि के जोड़ दर्द के साथ जाम। खानपान, व्यायाम, दिनचर्या आदि के साथ इसे नियंत्रित कर सकते है। मोबाइल, कम्प्यूटर, ऑफिस बैठक आदि इस रोग को बढ़ाते हैं। 2017 सर्वे के अनुसार भारत में 180 मिलियन इस से पीड़ित है और रोगी बढ़ते जा रहे ।
2. शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र (TAF )
सभी सीबीईओ साहेबान को सूचित किया जा रहा है कि कक्षा 1 से 8 तक अध्यापन करवाने वाले शिक्षकों का शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र (TAF) भरवाया जा रहा है जिसके लिये निम्न बिन्दुओ पर ध्यान देंवे।
1. 1 से 8 तक अध्यापन करवाने वाले सभी L-1,L-2 सभी शिक्षकों का TAF भरवाना हैं।
2. राउप्रावि विद्यालय के HM( वरिष्ठ अध्यापक ) को भी TAF भरना है।
3. यदि रामावि और राउमावि विद्यालय में वरिष्ठ अध्यापक 1 से 8 तक अध्यापन के कार्य कर रहा है तो उसको TAF नही भरना है ।
4. TAF का कार्य 20.10.19 आवश्यक रूप से किया जाना सुनिश्चित करे।
5. इस कार्य को करवाने के लिये प्रत्येक ब्लॉक पर 2 अधिकारी /कार्मिक को प्रभारी नियुक्त करते हुए रोजाना इसकी मोनिटरिंग करना सुनिश्चित करे ताकि निश्चित समय पर कार्य पूरा किया जा सके।
6. इस कार्य के लिये किसी भी प्रकार के संवाद के लिये श्री प्रमेन्द्र कुल्हार कार्यक्रम अधिकारी समसा झुंझुंनू 9672925111 से संपर्क करे।
श्री सुभाष चंद मीना
एडीपीसी समसा झुंझुंनू
3. पेरेंट्स से क्या चाहते हैं टीचर।
*मिलते रहें टीचर-पेरेंट्स*
टीचर यह चाहते हैं कि बच्चों के माता-पिता उनसे संपर्क बनाए रखें और किसी भी तरह की जानकारी चाहने पर जरूर मिलें। टीचर-पेरेंट्स का जुड़ाव बच्चे के बेहतर विकास में सहायक होता है।
*अनुशासन और प्रोत्साहन*
पैरेंट्स को चाहिए कि वे घर पर बच्चों के लिए कुछ अनुशासन और नियम बनाए रखें। अच्छा करने पर उन्हें प्रोत्साहित करें। यह आदत बच्चे के स्कूल के माहौल को सपोर्ट करती है।
*बच्चे की हो अपनी डायरी*
टीचर चाहते हैं कि बच्चे की अपनी एक डायरी हो। उस डायरी में वह कोई स्कैच बना सकता है, फोटो संग्रह कर सकता है या फिर अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकता है।
*अधिक छुट्टियां न हों*
टीचर पेरेंट्स से उम्मीद करते हैं कि वे स्कूल के दिनों में बच्चे को लेकर लंबी छुट्टियों पर न जाएं। इससे बच्चे पर पढ़ाई का दबाव बन जाता है और टीचर को भी परेशानी होती है।
*खेलना भी महत्वपूर्ण*
अध्यापक मानते हैं कि बच्चे के लिए पढ़ाई जितना ही महत्वपूर्ण होता है खेलना। पेरेंट्स को भी इसे पॉजिटिव लेना चाहिए। खेल बच्चे के व्यक्तित्व निखारने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
मौजमस्ती नहीं चुनौती
टीचर्स कहते हैं कि हम छोटे बच्चों को पढ़ाते हैं तो पेरेंट्स यह न समझों कि हमारी नौकरियंा इन बच्चों के साथ बहुत मौजमस्ती वाली होती है। इन छोटे बच्चों को संभालना कम चुनौतीपूर्ण नहीं होता।
*होमवर्क चेक करें*
पेरेंट्स को चाहिए कि वे रोजाना बच्चे का होमवर्क जरूरी चेक करें। कई पेरेंट्स खुद अपने बच्चे का होमवर्क कर देते हैं। पेरेंट्स होम वर्क करने में उसकी मदद करें खुद होमवर्क न करें।
घर का माहौल आईना है
टीचर्स का मानना है कि वे हर एक बच्चे के व्यवहार और आदतों पर गौर करते हैं। उनकी ये आदतें बहुत कुछ उनके पारिवारिक माहौल और पेरेंट्स की सोच को दर्शा देती है।
मोबाइल का इस्तेमाल न करें
टीचर्स चाहते है कि स्कूल समय में बच्चा मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें और इस मामले में पेरेंट्स सहयोग दें। पेरेंट्स समझों कि मोबाइल के इस्तेमाल से बच्चा और क्लास डिस्टर्ब होती है।
*कई भूमिकाओं में है*
एक टीचर माता-पिता, दोस्त, सलाहकार, मनोवैज्ञानिक सहित कई भूमिका निभाता है। साथ ही वह बच्चे के घर के माहौल, लर्निंग डिसएबिलिटी, बुरी लत सहित कई मामलों से जूझाकर उन्हें संवारते हैं।
*बढ़ाए बच्चों का हौसला*
टीचर चाहते हैं कि पेरेंट्स सिर्फ बच्चे की पढ़ाई के मामले में स्कूल या टीचर पर ही पूरी तरह आश्रित नहीं रहें। पेरेंट्स को चाहिए कि वे पढ़ाई में बच्चों का हौसला बढ़ाते रहें।
*शुक्रिया की उम्मीद*
टीचर्स मानते हैं कि वे पेरेंट्स या स्टूडेंट्स से किसी बड़े उपहार की उम्मीद नहीं करते, पर वे चाहते हैं कि कोई उपहार कार्ड ऐसा जरूर हो जो उनके काम को सराहे या शुक्रिया लिखा हो।
4. भोजन से स्वास्थ्य।
भोजन के माध्यम से स्वास्थ्य सिद्धि हेतु अनेक पुस्तकें उपलब्ध है। अनेक चिकित्सक इस दिशा में कार्य कर रहे है। हम विद्यालय में इस क्रम में थोड़े प्रयास निरन्तर जारी रख सकते है। इस प्रकार के चार्ट हम विद्यालय में लगाकर विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर सकते है।
सादर।
5.
गुरु-शिष्य का सम्बंध।
(अनुकरणीय शिक्षण का संदेश)
एक बार एक व्यक्ति की उसके बचपन के टीचर से मुलाकात होती है । वह उनके चरण स्पर्श कर अपना परिचय देता है।वे बड़े प्यार से पुछती है, ‘अरे वाह, आप मेरे विद्यार्थी रहे है, अभी क्या करते हो, क्या बन गए हो ?” मैं भी एक टीचर बन गया हूं ‘ वह व्यक्ति बोला,’ और इसकी प्रेरणा मुझे आपसे ही मिली थी जब में 7 वर्ष का था।’उस टीचर को बड़ा आश्चर्य हुआ, और वे बोली कि,’ मुझे तो आपकी शक्ल भी याद नही आ रही है, उस उम्र में मुझसे कैसी प्रेरणा मिली थी ??’वो व्यक्ति कहने लगा कि ….’यदि आपको याद हो, जब में चौथी क्लास में पढ़ता था, तब एक दिन सुबह सुबह मेरे सहपाठी ने उस दिन उसकी महंगी घड़ी चोरी होने की आपसे शिकायत की थी।आपने क्लास का दरवाज़ा बन्द करवाया और सभी बच्चो को क्लास में पीछे एक साथ लाइन में खड़ा होने को कहा था। फिर आपने सभी बच्चों की जेबें टटोली थी। मेरे जेब से आपको घड़ी मिल गई थी जो मैंने चुराई थी। पर चूंकि आपने सभी बच्चों को अपनी आंखें बंद रखने को कहा था तो किसी को पता नहीं चला कि घड़ी मैंने चुराई थी।टीचर उस दिन आपने मुझे लज्जा व शर्म से बचा लिया था। और इस घटना के बाद कभी भी आपने अपने व्यवहार से मुझे यह नही लगने दिया कि मैंने एक गलत कार्य किया था।
आपने बगैर कुछ कहे मुझे क्षमा भी कर दिया और दूसरे बच्चे मुझे चोर कहते इससे भी बचा लिया था।’ये सुनकर टीचर बोली, ‘ मुझे भी नही पता था बेटा कि वो घड़ी किसने चुराई थी।’वो व्यक्ति बोला,’नहीं टीचर, ये कैसे संभव है ? आपने स्वयं अपने हाथों से चोरी की गई घड़ी मेरे जेब से निकाली थी।’टीचर बोली…..
‘बेटा मैं जब सबके पॉकेट चेक कर रही थी, उस समय मैने कहा था कि सब अपनी आंखे बंद रखेंगे , और वही मैंने भी किया, मैंने स्वयं भी अपनी आंखें बंद रखी थी।’अनुकरणीय आदर्श शिक्षक की प्रेरणादायक सोच । किसी को उसकी ऐसी शर्मनाक परिस्थिति से बचाने का इससे अच्छा उदाहरण और क्या हो सकता है ? अध्यापक की इस प्रेरणा से पढ़कर अध्यापक बना वह बच्चा आधा संस्कार लेकर यदि जीवन मे इतना बदलाव कर सकता है तो विचार कीजिये कि अनुकरणीय संदेश (( आप स्वयं भी अपनी आंख बंद कर ले जिससे तुलनात्मक/आलोचनात्मक सोच आपमें भी न आये )) का अनुकरण कर के जीवन मे कितना सृजनात्मक बदलाव किया जा सकता था*आइये प्रण करें की यदि हमें किसी की कमजोरी मालूम भी पड़ जाए तो उसका दोहन करना तो दूर, उस व्यक्ति को ये आभास भी ना होने देना चाहिये कि आपको इसकीं जानकारी भी है।*जय श्री राम*
*सदैव प्रसन्न रहिये*
*जो प्राप्त है-पर्याप्त है*
6. अभिवादन
अगर आप दूसरे की खुशी मे अपनी खुशी ढूढ़ लेते हैं,
तो आपको दुनिया का कोई भी शख्स दुखी नही कर सकता।।
7. NMMS SCHOLARSHIP ONLINE APPLlCATION-2019
संस्थाप्रधान कृपया ध्यान दें।
आवेदन की अंतिम तिथि के पश्चात भी कई विद्यालयों के आवेदन पत्र फाइनल सबमिट नही हुए है। शाला दर्पण पोर्टल पर दिनांक 14 अक्टूबर तक ऐसे आवेदन को फाइनल सबमिट करने अथवा कैंसिल करने का option मौजूद है। कृपया आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।साथ ही निम्न निर्देशों के तहत आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।???
8. श्री अशोक गहलोत, माननीय मुख्यमंत्री, राजस्थान का यात्रा कार्यक्रम।
9. राउप्रावि आगोरिया ब्लॉक शिव,जिला बाडमेर कार्य प्रगति पर है।
राउप्रावि आगोरिया।
gups आगोरिया ब्लॉक शिव,जिला बाडमेर कार्य प्रगति पर है। मरूधरा बाडमेर जिले की सबसे स्मार्ट स्कूल बनाने जा रहे हैं।
10. One Important Message
वर्तमान में प्रधानाचार्य के कार्यरत पदों की स्थति है। माइनस का अर्थ है कि उस जिले में इतने प्रधानाचार्य अधिक हैं और उसका कारण है कि उस जिले में स्थानांतरित प्रधानाचार्य ने तो आकर कार्य ग्रहण कर लिया है, जबकि बाहर स्थानांतरित प्रधानाचार्य ने कार्य मुक्ति के बाद कार्य ग्रहण नहीं किया है इसलिए उनकी संख्या पुराने जिलों में ही दिखाई दे रही है। अतः सभी संयुक्त निदेशक महोदय कार्य ग्रहण के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। कार्य ग्रहण नहीं करने वाले कार्मिकों के विरूद्ध कार्रवाई के प्रस्ताव भिजवाए। सभी जिला प्रभारी गण भी कृपया अपने जिलों से संपर्क करें।आज्ञा से
श्रीमान निदेशक महोदय।
11.ब्रेकिंग न्यूज़ : बीएड प्राइमरी से बाहर
दिल्ली CAT ( डबल बेंच) ने बीएड को DSSSB द्वारा प्राइमरी से बाहर करने का निर्णय सही ठहराया है। कोर्ट ने कहा RTE एक्ट 2009 की धारा 23 और फ्री एंड compulsary एजुकेशन फॉर प्राइमरी 6-14 इयर्स children एंड फॉर quality एजुकेशन , प्राइमरी में बीएड को शामिल करना उचित नहीं है समझा।
इसी के साथ बीएड द्वारा डाली गयी याचीका को खारिज कर दी।
12. आज का प्रेरक प्रसंग
*दुष्टता का फल*
कंचनपुर के एक धनी व्यापारी के घर में रसोई में एक कबूतर ने घोंसला बना रखा था । किसी दिन एक लालची कौवा जो है वो उधर से आ निकला । वंहा मछली को देखकर उसके मुह में पानी आ गया । तब उसके मन में विचार आया कि मुझे इस रसोघर में घुसना चाहिए लेकिन कैसे घुसू ये सोचकर वो परेशान था तभी उसकी नजर वो कबूतरों के घोंसले पर पड़ी ।
उसने सोचा कि मैं अगर कबूतर से दोस्ती कर लूँ तो शायद मेरी बात बन जाएँ । कबूतर जब दाना चुगने के लिए बाहर निकलता है तो कौवा उसके साथ साथ निकलता है । थोड़ी देर बाद कबूतर ने पीछे मुड़कर देखता तो देखा कि कौवा उसके पीछे है इस पर कबूतर ने कौवे से कहा भाई तुम मेरे पीछे क्यों हो इस पर कौवे ने कबूतर से कहा कि तुम मुझे अच्छे लगते हो इसलिए मैं तुमसे दोस्ती करना चाहता हूँ इस पर कौवे से कबूतर ने कहा कि हम कैसे दोस्त बन सकते है हमारा और तुम्हारा भोजन भी तो अलग अलग है मैं बीज खाता हूँ और तुम कीड़े । इस पर कौवे ने चापलूसी दिखाते हुए कहा “कौनसी बड़ी बात है मेरे पास घर नहीं है इसलिए हम साथ साथ तो रह ही सकते है है न और साथ ही भोजन खोजने आया करेंगे तुम अपना और मैं अपना ।”
इस पर घर के मालिक ने देखा कि कबूतर के साथ एक कौवा भी है तो उसने सोचा कि चलो कबूतर का मित्र होगा इसलिए उसने उस बारे में अधिक नहीं सोचा । अगले दिन कबूतर खाना खोजने के लिए साथ चलने को कहता है तो कौवे ने पेट दर्द का बहाना बना कर मना कर दिया । इस पर कबूतर अकेला ही चला गया क्योंकि कौवे ने घर के मालिक को यह कहते हुए सुना था नौकर को कि आज कुछ मेहमान आ रहे है इसलिए तुम मछली बना लेना ।
उधर कौवा नौकर के रसोई से बाहर निकलने का इन्तजार ही कर रहा था कि उसके जाते ही कौवे ने थाली और झपटा और मछली उठाकर आराम से खाने लगा । नौकर जब वापिस आया तो कौवे को मछली खाते देख गुस्से से भर गया और उसने कौवे को पकड़ कर गर्दन मरोड़ कर मार डाला ।
जब शाम में कबूतर वापिस आया तो उसने कौवे की हालत देखी तो सारी बात समझ गया । इसलिए कहा गया है दुष्ट प्रकृति के प्राणी को उसके किये की सज़ा अवश्य मिलती है ।
13. TEF
Taf 2019-20
Employee द्वारा taf submit करने के बाद school login पर Miscellaneous option में Taf aprove option में कार्मिक द्वारा भरा हुआ taf show होगा जिसे School Hm approved करेंगे जिसके बाद वो Peeo लोगिन पर forwoard हो जायेगा फ़िर Peeo द्वारा verify किया जायेगा