संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस : 24 अक्टूबर को मनाया जाता है संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस।
प्रत्येक वर्ष 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी देने हेतु मनाया जाता है। 1948 से 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। संयुक्त राष्ट्र दिवस संयुक्त राष्ट्र सप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रंखला में 20 से 26 अक्टूबर के मध्य सप्ताह आयोजित किया जाता है।
सँयुक्त राष्ट्र संघ दिवस का राजस्थान में आयोजन
ब्लॉक मुख्यालयों पर एव अधीनस्थ संचालित विद्यालयों में संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों एवं उसकी सार्थकता से जन साधारण को अवगत कराने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट संघ दिवस का आयोजन किया जाता है । जिसमें यथा सम्भव सार्वजनिक समारोह आयोजित किये जाते है जिसमें अधिकाधिक जन सहभागिता का प्रयास किया जाता है। इसदिवस को संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्वज फहराया जाता है ।
भारत की झंडा संहिता, 2002 के पैरा 3.36 के अनुसार, “जब संयुक्त राष्ट्र संघ का झंडा राष्ट्रीय झंडे के साथ फहराया जाता है तो वह राष्ट्रीय झंडे के किसी भी ओर लगाया जा सकता है। सामान्यतः, राष्ट्रीय झंडे को इस प्रकार फहराया जाता है कि वह अपने सामने वाली दिशा के हिसाब से अपने एकदम दाई ओर होता है। (अर्थात् झंडा फहराने के समय झंडे,की ओर मुख किये हुए व्यक्ति के एकदम बाई ओर)”
संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना।
सम्पूर्ण विश्व मे शांति, विकास और मानव अधिकारो का समर्थन करने के लिए 1945 में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की गई थी। संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हेतु द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अनेक प्रयास व बैठकों का आयोजन विभिन्न राष्ट्रों के बीच हुआ लेकिन 25 अप्रैल, 1945 को सेन फ्रांसिस्को में इस नए संगठन का संविधान तैयार कर लिया गया था। 26 जून, 1945 को 50 देशों ने चार्टर पर हस्ताक्षर किये एवं 24 अक्टूबर, 1945 से चार्टर प्रभावी हो गया।
संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्य सँख्या
विश्व में 193 यू एन सदस्य राष्ट्र है और प्रत्येक राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र सामान्य सभा का सदस्य भी है।
मूलतः केवल स्वतंत्र राष्ट्र यू एन सदस्य बन सकते है और सारे वास्तविक सदस्य स्वतंत्र राष्ट्र है। एक राष्ट्र को यू एन सदस्य बनने के लिए सुरक्षा परिषद व सामान्य सभा की स्वीकृति की आवश्यकता होती है, इसलिए कई राष्ट्र जो स्वयं को स्वतंत्र मानते है वह बिना इस स्वीकृति के संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य नही बन सकते।
मुख्यालय एवम अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय न्यूयॉर्क ,अमेरिका में है। सात हैक्टेयर जमीन में फैले इस मुख्यालय की स्थापना हेतु 85 लाख डॉलर की राशि अमेरिका के जॉन डी. रॉकफेलर जूनियर ने प्रदान की थी।
संयुक्त राष्ट्र संघ के ध्वज को 1947 में अंगीकार किया था। इसमें हल्के नीले रंग की पृष्ठभूमि के अंतर्गत सफेद रंग से विश्व के वृत्ताकार मानचित्र को दर्शाया गया है, जिसमे शांति की प्रतीक जैतून की शाखाओं को दर्शाया गया है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य-
1. संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है।
2. अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और मानवीय समस्याओं के समाधान और सहयोग करना ।
3.विश्व स्तर पर मानवों के अधिकारों के रक्षा करना और उनका प्रचार प्रसार करना ।
संयुक्त राष्ट्र संघ कि आधिकारिक भाषाए:-
संयुक्त राष्ट्र संघ में अपने घोषणा पत्र में
आधिकारिक भाषाओं के रूप में चीनी, फ्रेच,
रुसी, अंग्रेजी, अरबी व स्पेनिश को मान्यता दे
रखी है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग:-
संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र में 6 निम्नलिखित
अंगों कि स्थापना कि गयी थी महासभा,
सुरक्षा परिषद, आर्थिक, सामाजिक परिषद,
न्यासिता परिषद, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय और
सचिवालय! इनमें से अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (हेग,
नीदरलैण्ड्स) में है बाकि सभी का मुख्यालय
संयुक्त राष्ट्र के न्यूयार्क स्थित मुख्यालय में है।
भारत व संयुक्त राष्ट्र संघ:-
भारत, संयुक्त राष्ट्र के उन प्रारंभिक सदस्यों में शामिल था जिन्होंने 01 जनवरी, 1942 को वाशिंग्टन में संयुक्त राष्ट्र घोषणा पर हस्ताक्षर किए थे तथा 25 अप्रैल से 26 जून, 1945 तक सेन फ्रांसिस्को में ऐतिहासिक संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय संगठन सम्मेलन में भी भाग लिया था।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में सदैव रचनात्मक भूमिका का निर्वहन किया है एवं आज स्थायी सदस्यता एवं वीटो पावर की प्राप्ति का प्रबल दावेदार है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की सफलता:-
संयुक्त राष्ट्र संघ के नाम से मशहूर यह अंतरराष्ट्रीय संस्थान जाति, धर्म और देश से ऊपर उठकर पूरे संसार के कल्याण के लिए काम करता है। आज सम्पूर्ण विश्व मे संयुक्त राष्ट्र संघ की 14 स्वतंत्र संस्थाएं कार्यरत है। इन संस्थाओं में विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष , खाद्य व कृषि संगठन, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण, अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन अभिकरण, अंतररष्ट्रीय कृषि विकास कोष , अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ इत्यादि सम्मिलित है। इन संस्थाओं का विश्व शांति व विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के समक्ष चुनोतियाँ
आज संयुक्त राष्ट्र संघ के समक्ष अनेक चुनोतियाँ है सर्वप्रथम उसके सामने सम्पूर्ण विश्व मे शान्ति व स्थिरता बनाये रखना है एवम चरमपंथियों तथा जलवायु परिवर्तन एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यप्रणाली, वीटो पावर व सभी देशों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देना भी एक बड़ा सवाल बन कर उभर रहा है।